UPCM NEWS, UP में यमुना के शुद्धिकरण हेतु नमामि गंगे परियोजना के तहत 36 परियोजनाएं चिन्हित

उत्तर प्रदेश।
UPCM NEWS, ताजमहल के संरक्षण के सम्बन्ध में उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन हेतु ट्रांसपोर्ट भवन नई दिल्ली में आहूत बैठक के उपरान्त पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, शिपिंग, जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में यमुना के शुद्धिकरण हेतु नमामि गंगे परियोजना के तहत 4000 करोड़ रुपए की लागत से 36 परियोजनाएं चिन्हित की गई है, जिनकी युद्धस्तर पर कार्ययोजना तैयार कर माह दिसम्बर, 2018 तक सभी परियोजनाओं पर कार्य शुरू दिया जाएगा। यमुना जी के लिए दिल्ली में 12 प्रोजेक्ट स्वीकृत किए गए हैं। इनमें 11 पर काम शुरू हो गया है और 01 टेण्डर प्रक्रिया में है।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मथुरा में 80 MLD क्षमता की STP का निर्माण कराया जा रहा है और आगरा में 100 MLD के प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। मार्च 2019 तक गंगा 70-80 प्रतिशत शुद्ध हो जाएगी, जिसके लिए उत्तर प्रदेश व भारत सरकार मिलकर कार्य कर रहे हैं। साॅलिड वेस्ट मैनेजमेण्ट व लिक्विड वेस्ट मैनेजमेण्ट पर सरकार कार्य कर रही है और माह दिसम्बर 2018 तक सभी कार्य शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि दिल्ली-यू.पी.-हरियाणा के बीच 35 कि.मी. में गार्डन डेवलप किया जाएगा।

इसके अतिरिक्त, वायु प्रदूषण खत्म करने के लिए एथेनाॅल उत्पादन के लिए 100 प्रोजेक्ट लगाए जाएंगे, जिनमें एक लाख करोड़ रुपए का एथेनाॅल बनेगा। उन्होंने कहा कि बायोफ्यूल पाॅलिसी लागू करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है। आगरा में एथेनाॅल से इलेक्ट्रिक बसें, सिटी बसें, आटो रिक्षा, रैपिड ट्रांसपोर्ट चलेंगे तथा एथेनाॅल से रैपिड ट्रांसपोर्ट की शुरुआत आगरा से की जाएगी।

केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि प्रदूषण का अध्ययन कर रिपोर्ट देने के लिए पर्यावरण सचिव सी.के. मिश्रा की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया जाएगा, जिसमें पर्यावरणविद्, वैज्ञानिक आदि होंगे। समिति की रिपोर्ट पर सरकार तत्परता से कार्यवाही करेगी। उन्होंने कहा कि पहली बार युद्धस्तर पर गंगा, यमुना व सहायक नदियों, नालों के शुद्धिकरण का कार्य हो रहा है। सरकार जागरूक एवं संवेदनषील है और समयबद्ध ढंग से मिलकर कार्य पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2018 में वाराणसी से इलाहाबाद तक जल परिवहन शुरू हो जाएगा।

UPCM ने इस अवसर पर कहा कि नमामि गंगे परियोजना में गंगा, यमुना सहित सभी सहायक नदियों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए विस्तृत कार्य योजना तैयार की गई है। इस पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। कुम्भ के समय अधिकतर STP बनकर तैयार हो चुकी होंगी। इसके अलावा, आगरा में डाउनस्ट्रीम में रबर डैम बनाया जाएगा। मथुरा-वृन्दावन में STP स्वीकृत हुए हैं और आगरा में कार्य चल रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्चतम न्यायालय के आदेश का पूरा सम्मान करते हुए पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगरा को शुद्ध वातावरण प्रदान करने के लिए संकल्पबद्ध है।

इस अवसर पर केन्द्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डाॅ. हर्षवर्धन, केन्द्रीय पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. महेश शर्मा, केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा संरक्षण राज्यमंत्री डाॅ. सत्यपाल सिंह आदि उपस्थित रहे।

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