पूर्व मुख्यमंत्री ने जनेश्वर मिश्र की 86वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया

लखनऊ (05 अगस्त, 2019)।
पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने समाजवादी चिंतक छोटे लोहिया, जनेश्वर मिश्र की 86वीं जयंती पर आज जनेश्वर मिश्र पार्क, गोमतीनगर लखनऊ स्थित प्रतिमा पर और जनेश्वर मिश्र ट्रस्ट स्थित उनकी आवक्ष प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनका श्रद्धापूर्वक स्मरण किया। पूर्व मुख्यमंत्री के साथ नेता विरोधी दल विधानसभा रामगोविन्द चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विधान परिषद अहमद हसन, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, पूर्व सांसद धर्मेन्द्र यादव और पूर्व मंत्री राजेन्द्र चौधरी भी उपस्थित रहे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने जनेश्वर मिश्र की 86वीं जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया

इस अवसर पर हजारों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में अपने सम्बोधन में अखिलेश यादव ने कहा कि डाॅ. राममनोहर लोहिया, जयप्रकाश नारायण और छोटे लोहिया के सिद्धांत आज भी प्रासंगिक है। समाजवादी पार्टी उन्हीं के रास्ते पर चल रही है। इसी समाजवादी विचारधारा के द्वारा किसानों, नौजवानों और गरीबों को सम्मान मिल सकता है। हम चाहते हैं जातियों के बीच मतभेद, ऊंच-नीच खत्म हो। लोगों के जीवन में बदलाव लाना समाजवादी व्यवस्था का लक्ष्य है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने जनेश्वर मिश्र को भावांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जनेश्वर जी ने गांव-गरीब के विचारों और समस्याओं को संसद तक पहुंचाया था। संसद में उनको सभी लोग सुनने आते थे। जनेश्वर जी ने किसानों, नौजवानों, कमजोर वर्ग के लोगों की समस्याओं को लेकर संघर्ष किया। वे कुशल वक्ता और संगठन कर्ता थे। उन्होंने कभी सिद्धांतो से समझौता नहीं किया।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि आज लोकतंत्र खतरे में है। आम लोगों की आजादी छीनी जा रही है। नेताओं को नजर बंद करना, धमकी दिलाना और ताकतवर बनने के लिए संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करना ये सब भाजपा के अलोकतांत्रिक तरीके हैं। भाजपा सरकार ने किसानों को, व्यापारियों को, नौजवानों को जो सपने दिखाए थे वे कहां पूरे हुए?



पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में हत्या, लूट, बलात्कार की घटनाओं की बाढ़ आ गई है। इतनी घटनाएं पहले कभी नहीं हुई। राजनीति से प्रेरित सरकार के इशारे पर हत्याएं हो रही है। उत्तर प्रदेश ‘‘हत्या का प्रदेश‘‘ बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी को सत्य बोलना चाहिए। योगी वह होता है जो दूसरों के दुःख से दुःखी हो। अब यह तो बताना चाहिए कि सोनभद्र में किसके दबाव में जमीन का दाखिल-खारिज हुआ। जब वहां के एक जनप्रतिनिधि तथा आदिवासियों के वकील ने शिकायत की तो मुख्यमंत्री ने कोई कार्यवाही क्यों नहीं की? यह सरकार की जिम्मेदारी है कि सबके साथ न्याय हो।

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमें एकजुट होकर संघर्ष करना होगा। आगामी 9 अगस्त 2019 को समाजवादी पार्टी लोकतंत्र को बचाने के लिए धरना देगी। जिसमें किसानों, नौजवानों, गरीबों, अल्पसंख्यकों के साथ होने वाले जोर-जुल्म तथा निर्दोषों के उत्पीड़न के मुद्दों को सामने रखा जाएगा।

पूर्व मुख्यमंत्री पार्क से चलते समय जनेश्वर मिश्र पार्क में हरियाली की चर्चा करते हुए कहा कि इस पार्क में सबसे ज्यादा पौधे लगे है। यहां के मनोरम दृश्य लोगों को आकर्षित करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने पूछा राज्य सरकार 22 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य बता रही है। इतने पेड़ कहां लगेंगे? इन दावों की सच्चाई क्या है? समाजवादी सरकार में अखिलेश यादव को जनेश्वर मिश्र पार्क बनाने का अवसर मिला था। भारत में यह पार्क अपने ढंग का एक बड़ा उदाहरण है। कुछ बच्चों ने यहां श्री अखिलेश यादव को पौधे भी भेंट किए।



आज के कार्यक्रम में सर्वश्री एस.आर.एस. यादव, अरविन्द कुमार सिंह, आनन्द सिंह भदौरिया, अजीमुल हक पहलवान, शशांक यादव, सुभाष पासी, लीलावती कुशवाहा, वासुदेव यादव, डाॅ. राजपाल कश्यप, उदयवीर सिंह, राजेश यादव, विकास यादव, दिग्विजय सिंह देव, बृजेश यादव, मो0 एबाद, गीता सिंह, जगन्नाथ यादव, आईपी सिंह, अशोक यादव, फाकिर सिद्दीकी, डाॅ. मधु गुप्ता, जूही सिंह, विजय सिंह यादव, राम सागर यादव, मो. रेहान, प्रो. सुधीर पंवार, पीडी तिवारी, अनुराग भदौरिया, देवेन्द्र सिंह यादव, जीतू, नवीन धवन, बंटी, शाश्वत जोशी, पवन मनोचा, संजय विद्यार्थी सविता, मीना यादव, वंदना चतुर्वेदी, पूजा शुक्ला, नसरीन फातिमा, पूनम यादव, सुरैया सिद्दीकी, अतुल प्रजापति, डाॅ. आशुतोश वर्मा, राजबाला रावत, महेश चैरसिया, रोहित शुक्ल, सर्वेश यादव, प्रदीप शर्मा, हैदर रजा, सौरभ यादव, मनीष यादव, प्रमोद कुमार मौर्य, सपना अग्रहरि, राधा यादव, शबनम खान, सविता यादव, शशि सिंह, जीनत कौसर, सुलेखा, कहकशां नाहिद, लता जायसवाल, आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

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