मंत्री आशुतोष टण्डन ने स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रथम बार प्रारम्भ होने वाले #MBBS सत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा की
लखनऊ (02 अगस्त, 2019)। चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन ‘‘गोपाल जी’’ ने अपने कार्यालय में 05 स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में प्रथम बार प्रारम्भ होने वाले #MBBS सत्र की व्यवस्थाओं की समीक्षा की। इस वर्ष प्रारम्भ किये गये स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय-अयोध्या, बस्ती, फिरोजाबाद, बहराइच और शाहजहांपुर में #MBBS छात्रों का 01 अगस्त, 2019 को प्रवेश हो चुका है और पढ़ाई प्रारम्भ हो चुकी है। आगामी 01 माह में द्वितीय काउंसलिंग के उपरान्त अवशेष छात्र भी आ जायेंगे। मौके पर छात्रों के लिए पठन-पाठन की व्यवस्था जैसे हाॅस्टल, मेस, लेक्चर थियेटर एवं विभागीय प्रयोगशालाओं आदि की स्थापना के पूर्ण होने की समीक्षा की गयी। चिकित्सा शिक्षा एवं प्राविधिक शिक्षा मंत्री ने बताया कि इन स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों में लगभग 150 प्रकार के उपकरण उपलब्ध कराये गये हैं और ब्लड बैंक क्रियाशील किये गये हैं। इनमें नवजात बच्चों की चिकित्सा के लिए आधुनिक पीडियाट्रिक इन्टेंसिव केयर यूनिट (PICU) को क्रियाशील करने के निर्देश दिये गये। वर्तमान में शाहजहांपुर और अयोध्या में सिक न्यू बाॅर्न केयर यूनिट ही उपलब्ध है और पीडियाट्रिक इन्टेंसिव केयर यूनिट (PICU) के स्थापित होने से नवजात शिशुओं की चिकित्सा में अत्यधिक मदद मिलेगी, जिसे स्थापित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं। चिकित्सा शिक्षा मंत्री द्वारा रोगियों की सुविधा के लिए इन सभी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों के चिकित्सालयों में रिसेप्शन काम्पलेक्स बनाने के निर्देश दिये गये, जिनमें लगभग 03-04 करोड़ रूपये की अनुमानित लागत आना संभावित है। उन्होंने राजकीय निर्माण निगम को अधूरे कार्य शीघ्र पूर्ण करने के भी निर्देश दिये। उन्होंने सभी मेडिकल कालेजों के भवन निर्माण का कार्य एल.ओ.पी. के अनुसार पूर्ण करने हेतु 150 करोड़ रूपये जारी करने के निर्देश दिये। अवशेष परियोजना के अनुसार समस्त मेडिकल कालेजों का कार्य माह अक्टूबर, 2019 तक पूर्ण करना सुनिश्चित करने के आदेश अधिकारियों को दिये। इन चिकित्सालयों में उपचार के बेहतर प्रबन्ध, शैक्षणिक गतिविधियों को शीघ्र बढ़ाने, #MBBS पाठ्यक्रम के साथ-साथ डी.एन.बी. कोर्स भी प्रारम्भ किये जाने का निर्णय लिया गया। प्रत्येक मेडिकल कालेज में 05-06 विषयों में डी.एन.बी. कोर्स प्रारम्भ करने का निर्णय लिया गया। तद्नुसार भारत सरकार को अनुमोदनार्थ प्रस्ताव भेज दिया गया है। इस अवसर पर प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डा. रजनीश दुबे, विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा अमित सिंह बंसल, महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं प्रशिक्षण प्रो. के.के. गुप्ता, अपर निदेशक प्रो. एन.सी. प्रजापति व उक्त सभी स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।