राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 15000 रुपये प्रति समूह की दर से रिवल्विंग फण्ड उपलब्ध

लखनऊ (06 अगस्त, 2019)।
राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के अन्तर्गत महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में 1621 स्वयं सहायता समूहों का गठन किया गया। इसके अलावा 7240 समूहों को 15000 रुपये प्रति समूह की दर से रिवल्विंग फण्ड उपलब्ध कराया गया। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उ0प्र0 के ग्रामीण अंचलों में रह रहे गरीब परिवारों की कम से कम एक महिला सदस्य को समूह एवं अन्य सामुदायिक संस्था के माध्यम से संगठित कर उन्हें स्वावलम्बी बनाना है।



प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत 4991 समूहों को 1,10,000 प्रति समूह की दर से सामुदायिक निवेश निधि उपलब्ध करायी गयी। इसके अतिरिक्त 2965 स्वयं सहायता समूहों को बैंक लिंकेज से जोड़ा गया।



प्रमुख सचिव ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण देकर विभिन्न गतिविधियों से जोड़ा जा रहा है। इसमें ग्रामीण एक्सप्रेस योजना, खेती किसानी, दुग्ध उत्पादन, सोलर लैम्प और स्कूल ड्रेस की सिलाई आदि है। इसके माध्यम से महिला स्वयं सहायता समूहों को जोड़कर उनके आमदनी का एक मजबूत जरिया बनाया जा रहा है।

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