उत्तर प्रदेश (03 फरवरी, 2019)। UPCM ने प्रयागराज कुंभ-2019 के प्रमुख स्नान पर्व मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों एवं कुंभ में स्नान हेतु देश-विदेश से पधारेे संत-महात्माओं एवं श्रद्धालुओं को हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
UPCM ने कहा कि इस वर्ष मौनी अमावस्या विशिष्ट सुयोग के साथ सम्पन्न होने जा रही है। कुंभ के आयोजन में सूर्य और चन्द्रमा मकर राशि में और बृहस्पति वृश्चिक राशि में हो एवं अमावस्या की तिथि सोमवार को पड़ रही हो, ऐसी सोमवती अमावस्या का योग कई वर्षों बाद इस वर्ष मौनी अमावस्या पर्व पर आया है, जो अत्यन्त फलदायी है। इसलिए इस मौनी अमावस्या का महत्व अनन्त गुना बढ़ गया है।
UPCM ने अखाड़ों और उनसे संबंधित सभी आचार्य महामंडलेश्वरों, महामंडलेश्वरों, महंतों और संतों को मौनी अमावस्या के अवसर पर शाही स्नान की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सबकी तपस्या, त्याग और सेवा से राष्ट्रीय एकता की भावना मजबूत होती है और समाज का कल्याण होता है।
UPCM ने कहा कि मौनी अमावस्या स्नान पर्व को सुचारु ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रदेश सरकार ने सभी आवश्यक प्रबंध किये हैं। शाही स्नान समयबद्ध एवं सुव्यवस्थित ढंग से सम्पन्न हो, इसके लिए मेला प्रशासन सहित सभी सम्बन्धितों को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा, सुरक्षा एवं उनके प्रवास आदि की सभी व्यवस्थाएं की गयी हैं।
ज्ञातव्य है कि मौनी अमावस्या के दिन मौन धारण करने का प्रचलन सनातन काल से चला आ रहा है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन मौन धारण करने से विशेष ऊर्जा की प्राप्ति होती है। मौनी अमावस्या व्रत करने वाले श्रद्धालु पूरे दिन मौन व्रत का पालन करते हैं। इसलिए यह व्रत योग पर आधारित महाव्रत कहलाता है। इस पर्व पर गंगा स्नान का विशेष महत्व है। जप, तप व दान का दिवस मौनी अमावस्या सनातन परम्परा के सबसे प्राचीन पर्वों में से एक है। पितृ दोष से मुक्ति पाने के लिए भी इस तिथि का विशेष महत्व होता है। इस तिथि को तर्पण, स्नान, दान आदि के लिए बहुत ही पुण्य फलदायी माना जाता है।