UPCM HT वुमेन अवार्ड-2018 के वितरण समारोह में शामिल हुए
उत्तर प्रदेश।
UPCM HT वुमेन अवार्ड-2018 के वितरण समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महिला सम्बन्धी अपराधों की रोकथाम हेतु व्यापक पहल के दृष्टिगत राज्य सरकार ने कई कदम उठाए हैं। बालिकाओं की सुरक्षा के लिए ‘एण्टी रोमियो स्क्वाड’ का गठन किया गया है। साथ ही, ‘1090’ वुमेन पावर लाइन, घरेलू हिंसा का शिकार होने वाली महिलाओं के लिए ‘181’ महिला हेल्पलाइन का संचालन किया जा रहा है। इन सुविधाओं के प्रति महिलाओं को और अधिक जागरूक किए जाने की आवश्यकता है, जिससे उन्हें इनका पूरा लाभ मिल सके।
UPCM ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को सर्वाेच्च प्राथमिकता देने के साथ ही उनकी आत्मनिर्भरता और कल्याण के लिए हर सम्भव कदम उठाने के लिए तत्पर है। महिलाओं के प्रति अपराधों पर नियंत्रण एवं नारी शक्ति के उन्नयन हेतु राज्य सरकार द्वारा अनेक कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि बालिकाओं और महिलाओं को सुरक्षा और उन्हें समान अवसर उपलब्ध कराने के लिए समाज को भी आगे आकर अपनी भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
UPCM ने कहा कि नाबालिग बच्चियों से दुष्कर्म के मामलों में दोषियों को फांसी की सजा दिलाये जाने के लिए राज्य सरकार द्वारा केन्द्र को प्रस्ताव भेजा गया था। केन्द्रीय कैबिनेट द्वारा इसे मंजूरी भी दे दी गई है। इसके लिए अध्यादेश भी लाया जा रहा है। किन्तु समस्या के समाधान के लिए कानून के साथ-साथ समाज को भी आगे आने की जरूरत है। बालक-बालिका को समान रूप से महत्व दिये जाने और समान व्यवहार किए जाने की आवश्यकता है।
UPCM ने कहा कि विगत वर्ष राज्य सरकार द्वारा बोर्ड परीक्षा के 147 सम्मानित मेधावी छात्र-छात्राओं में 99 बालिकाएं थीं। उन्होंने उम्मीद जताई की कि आज घोषित किए जाने वाले UP-बोर्ड परीक्षा परिणामों में पुनः बालिकाएं ही आगे होंगी। उन्होंने कहा कि बालिकाएं हर क्षेत्र में आगे हो सकती हैं। इस तथ्य की स्वीकार्यता के बगैर महिलाओं के बारे में सामाजिक दृष्टिकोण में बदलाव कठिन है।
UPCM ने कहा कि बालिकाओं पर अत्याचार की शुरुआत लिंग परीक्षण से ही हो जाती है। आवश्यकता इस बात की है कि बालिकाओं के प्रति होने वाले अत्याचारों को सामने लाकर अपराधी को सजा दिलायी जाए। इसके समाज को आगे आकर अपनी भूमिका निभानी होगी। समाज व राष्ट्र के साथ हो रहे अपराध पर मौन रहना भी अपराध है। उन्होंने कहा कि कानून मनुष्य के लिए है, न कि मनुष्य कानून के लिए। समाज के आगे आने पर कानून उसका अनुसरण करेगा।
कार्यक्रम में उपस्थित गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमण्डल खेलों में भारोत्तोलन में स्वर्ण पदक जीतने वाली पूनम यादव को डिप्टी एस.पी. पद का प्रस्ताव देते हुए UPCM ने कहा कि गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमण्डल खेलों में प्रदेश के पांच खिलाड़ियों ने पदक जीते हैं। इनके सम्मान में शीघ्र ही समारोह का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन खिलाड़ियों को पुलिस-प्रशासन में स्थान दिया जाएगा।
UPCM ने हिन्दुस्तान टाइम्स की महिलाओं को सम्मानित करने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा भी जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करके समाज के सामने आदर्श प्रस्तुत करने वाली महिलाओं को रानी लक्ष्मीबाई सम्मान से पुरस्कृत किया जाता है। विगत वर्ष की भांति इस वर्ष भी बोर्ड परीक्षाओं के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। राज्य सरकार महिलाओं से सम्बन्धित स्पेशल फोर्स की तीन बटालियन का गठन कर रही है। इसमें लगभग तीन हजार महिलाओं की भर्ती की जाएगी।
कार्यक्रम को फिल्म निर्देशक अनुभव सिन्हा, प्रदेश की महिला भारोत्तोलक पूनम यादव, साक्षी एवं आशा देवी ने भी सम्बोधित किया। हिन्दुस्तान टाइम्स की सीनियर रेजिडेन्ट एडिटर सुनीता ऐरन ने अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद ज्ञापन किया। UPCM ने इस अवसर पर विजेताओं को HT वुमेन अवाॅर्ड-2018 प्रदान किए। HT वुमेन अवाॅर्ड-2018 डाॅ0 रोशन जहां तथा रनरअप अवाॅर्ड प्रियंका भट्टी को दिया गया। इसके अतिरिक्त रीडर्स च्वाइस कैटेगरी के अन्तर्गत नवनीत सिकेरा और शालू सिंह को सम्मानित किया गया। जजेज च्वाइस अवाॅर्ड मोनिका सिंह एवं लक्ष्मी गौतम को प्राप्त हुआ।
लेफ्टिनेन्ट निधि दुबे, पुष्पा, नेहा सिंह, सुनीता एवं आरती सिंह को HT स्पेशल अवाॅर्ड दिया गया। यंग सोसाइटी लीडर पुरस्कार मौनी कजारिया, मृत्यु को चुनौती देने के लिए रोमिता घोष, वाॅरियर इन यूनीफार्म पुरस्कार श्रेष्ठा ठाकुर, यूनिकली एबल्ड पुरस्कार उषा शंकर, कल्चर मास्टर्स पुरस्कार तूलिका साहू, सोशल वर्क के लिए पुरस्कार अग्रिमा, सामाजिक लिंग समानता के लिए (पुरुष) पुरस्कार विश्वजीत कुमार और बियाण्ड UP-पुरस्कार सुदेशना सेन गुप्ता को प्रदान किया गया।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रख्यात गायिका एवं पुरस्कार चयन समिति की सदस्य मालिनी अवस्थी, फिल्म अभिनेता, लेखक और पुरस्कार चयन समिति के सदस्य अतुल तिवारी भी मौजूद रहे।