UPCM ने जनपद गोरखपुर में राज्य कृषि मण्डी का निरीक्षण किया
उत्तर प्रदेश (26 दिसम्बर, 2018)।
UPCM ने जनपद गोरखपुर में कृषि मण्डी का निरीक्षण किया और किसानों एवं व्यापारियों से वार्ता कर मण्डी समिति द्वारा प्रदत्त सुविधाओं/व्यवस्थाओं के विषय में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसानों एवं व्यापारियों को सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करायें और उनकी समस्याओं का निराकरण प्राथमिकता के आधार पर करेें।
UPCM ने इस अवसर पर ‘मुख्यमंत्री व्यक्तिगत दुर्घटना सहायता योजना’ के तहत ग्राम चड़रहा जनपद महराजगंज के राजाराम को 2 लाख रुपये और ‘मुख्यमंत्री खलिहान अग्निकाण्ड दुर्घटना सहायता योजना’ के तहत महराजगंज जनपद के ग्राम पकडीयार विशुनपुर निवासी सावित्री देवी को 25,600 रुपये का चेक प्रदान किया। इसके अतिरिक्त UPCM ने 10 किसानों को 4-4 प्लास्टिक कैरेट और 10 किसानों को प्लास्टिक शीट वितरित कीं।
UPCM ने अपने सम्बोधन मे कहा कि किसान अन्नदाता है, और व्यापारी देश की अर्थव्यवस्था को ऊंचाई पर पहुंचाने का माध्यम है। किसानों एवं व्यापारियों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जायें। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कुल 251 मण्डियों में किसानों एवं व्यापारियों की सुविधा का प्राविधान किया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मण्डियों में अच्छी सड़कें, बैंक, स्वच्छ शौचालय, शुद्ध पेयजल, सुरक्षा, साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था की जाए, ताकि किसानों एवं व्यापारियों को किसी तरह की परेशानी न हो।
UPCM ने कहा कि मण्डियों में राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के तहत सभी सामानों की रेट सूची स्क्रीन पर दर्शाये जाते है, जिसे देखकर सामानों के क्रय विक्रय में किसी तरह की अनियमितता की आशंका नहीं होगी और पूरी पारदर्शिता के साथ क्रय विक्रय में सहूलियत होगी। उन्होंने कहा कि जितना अधिक आधुनिक तकनीकी का प्रयेाग होगा, उतना ही बेहतर कार्य पारदर्शिता के साथ हो सकेगा। किसान और व्यापारी एक दूसरे के पूरक होकर कार्य करें तभी विकास को गति मिलेगी। किसानों एवं व्यापारियों के हित में अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध करायी जायें, जिससे कि अधिक से अधिक व्यापार को बढ़ावा मिल सके।
UPCM ने कहा कि गांव के छोटे-छोटे हाट/बाजार में खाद्य सामग्री बेचने वाले किसानों को प्लास्टिक शीट, प्लास्टिक कैरेट भी दिये जाएंगे, जिससे वे अपने उत्पादन को आसानी से बाजार तक ला सकें। मण्डी समिति की आय गांव के विकास में काफी सहायक सिद्ध होती है। ग्रामीण हाट/बाजार को अच्छा बनाने हेतु अच्छी सड़कों का निर्माण कराने के साथ-साथ वहां मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को देते हुए उन्होंने कहा कि मण्डी समिति की आय से प्रदेश के विकास को गति मिलेगी।
UPCM ने जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि प्रतिमाह व्यापारियों के साथ बैठक करें और उनकी समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर किया जाये। उन्होंने कहा कि गोरखपुर मण्डी आदर्श मण्डी के रूप में स्थापित होगी। मण्डी समिति सभी व्यापारियों/किसानों के हित में कार्य करे, जिससे समस्याओं के निस्तारण हेतु उन्हे भटकना न पड़े ऐसा तंत्र विकसित करें।
इस अवसर पर मण्डी निदेशक रमाकान्त पाण्डेय ने UPCM का स्वागत करते हुए मण्डी समिति में संचालित योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 251 मण्डी समितियों में से 26 मण्डियों को आधुनिक मण्डी समिति के रूप में विकसित करना प्रस्तावित है, जिसमें से जनपद गोखपुर भी सम्मिलित है।
मण्डी निदेशक ने बताया कि यहां स्क्रीन के द्वारा बाजार भाव भी प्रतिदिन प्रदर्शित किया जाता है और सोलर पैनल के माध्यम से लाइट की व्यवस्था की गयी है। यहां ‘राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना’ भी विकसित है। आधुनिक मण्डी के रूप में CCTV कैमरा भी लगाया गया है, बायोकम्पोस्ट की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि UPCM के निर्देशानुसार ग्रामीण क्षेत्रों में हाट/बाजार विकसित करने हेतु तीन स्थलों गगहा बाजार, गजपुर एवं कुसम्ही का चयन किया गया और शेष हेतु सार्वजनिक भूमि की तलाश की जा रही है।
इस अवसर पर गोरखपुर के महापौर सीताराम जायसवाल, विधायक विपिन सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, शासन-प्रशासन के अधिकारी एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।