UPCM NEWS, जनहित व जवाबदेही योगी सरकार की प्राथमिकता : हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव

लखनऊ (04 जुलाई, 2019)
भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि प्रदेश में UPCM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में जनता के प्रति जवाबदेह सरकार है। योगी सरकार के सुशासन, अधिकारियों के भ्रष्टाचार व शिथिलता पर तत्पर कार्रवाई एवं प्रदेश के विकास की तीव्र गति देखकर घबराये हुए दल अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने भ्रष्ट व शिथिल अफसरों को समय पूर्व सेवानिवृत्ति देकर घर भेज रही है और राज्य में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार लापरवाह अफसरों पर शिकंजा कस रही है। ढाई साल सरकार के कार्यकाल में योगी सरकार ने 201 भ्रष्ट व नाकारा अफसरों व कर्मचारियों को समयपूर्व सेवानिवृत्ति और 217 अफसरों को कड़ा दंड देकर सख्त संदेश दिया है कि जनता के प्रति और विकास कार्यों को लेकर अफसरों व कर्मचारियों की लापरवाही और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। प्रदेश के अफसरों को अब या तो सुधर जाना होगा या सख्त कार्रवाई के लिये तैयार रहना होगा। शीघ्र ही इस साल 31 मार्च तक 50 वर्ष की आयु पूरा करने वाले नाकारा अफसरों की भी सेवा से छुट्टी की जायेगी।

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव ने कहा कि सपा व बसपा के कार्यकाल में औद्योगिक विकास में देश का सबसे पिछड़ा राज्य होने का तमगा कहलाने वाले प्रदेश को योगी सरकार ने महज ढाई साल में सबसे तीव्र औद्योगिक विकास वाले राज्यों में शामिल करा दिया है। एक ओर 5 लाख करोड़ रुपए के निवेश वाली समिट में अधिकांश समझौते धरातल पर उतर रहे हैं तो आगामी 28 व 29 जुलाई को 60285 करोड़ रुपए की 215 परियोजनाओं का शिलान्यास होगा। इसके अतिरिक्त वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट योजना के माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों को विशिष्ट उत्पाद का हब बनाया जा रहा है। प्रदेश की इतनी तरक्की और खुशहाल जनता देखकर सपा, बसपा व कांग्रेस मुद्दा विहीन होकर अनर्गल व तथ्य हीन बातें कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में पहली बार अपराधियों को उसी भाषा में समझाया जा रहा है, जिसे वे समझते हैं। संगठित गिरोह व अपराधी या तो प्रदेश छोड़कर चले गये हैं अथवा पुलिस व कानून के हाथों दंडित हो रहे हैं। प्रदेश में सुशासन व कानून का राज स्थापित है। अपराध नियंत्रण व जनता की मदद करने में जो पुलिस अफसर ढिलाई बरत रहे हैं, सरकार उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई कर रही है। इसलिए अराजकता व अपराधियों को पोषने वाली पार्टी सपा अनर्गल बयानबाजी बंद कर अपनी गिरेहबान में झांके, जहां उनके मंत्री व पार्टी के अभिन्न सहयोगियों पर बलात्कार, हत्या, बलवा, दंगा, निर्दोष जनता के जमीनों पर अवैध कब्जे, भ्रष्टाचार, घोटाला जैसे गंभीर आरोप आये दिन लगते थे। इसी तरह बसपा अपना अतीत देख लें कि किस तरह वे स्वयं भी भ्रष्टाचार में डूबी थीं और अपने भ्रष्ट मंत्रियों, अफसरों व पार्टी नेताओं को बचाना ही शासन का मकसद समझती थीं।

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