UPCM ने AKTU में 21 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया

लखनऊ (22 फरवरी, 2019)
UPCM ने डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) में आयोजित ‘प्राविधिक शिक्षा: सफलता के नए आयाम’ के तहत 250 नवनियुक्त शिक्षकों से संवाद, लैपटाॅप वितरण, सर्वश्रेष्ठ प्रोटो टाइप माॅडल पुरस्कार एवं केन्द्रीय प्लेसमेण्ट सेल, रोजगार पोर्टल के शुभारम्भ और 21 परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए। इससे पूर्व, उन्होंने प्रोटो टाइप प्रर्दशनी का अवलोकन किया।

UPCM ने कहा कि वर्तमान सरकार प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि तकनीक से जुड़े विद्यार्थी टेक्नोलाॅजी के माध्यम से समाज के लिए बेहतर कार्य कर सकते हैं। सामाजिक समस्याओं का तकनीक के माध्यम से कैसे समाधान किया जा सकता है, इसको केन्द्रित करते हुए कार्य करना होगा।

UPCM ने इस अवसर पर 21 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। उन्होंने केन्द्रीय प्लेसमेण्ट सेल एवं रोजगार पोर्टल के शुभारम्भ किया। उन्होंने प्रवेश परीक्षा के टाॅप रैंकर्स विद्यार्थियों को लैपटाॅप वितरित किया। उन्होंने प्रोटो टाइप विद्यार्थियों को पुरस्कृत भी किया।

UPCM ने डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) में आयोजित ‘प्राविधिक शिक्षा: सफलता के नए आयाम’ के तहत 250 नवनियुक्त शिक्षकों से संवाद, लैपटाॅप वितरण, सर्वश्रेष्ठ प्रोटो टाइप माॅडल पुरस्कार एवं केन्द्रीय प्लेसमेण्ट सेल, रोजगार पोर्टल के शुभारम्भ और 21 परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए।

इससे पूर्व, उन्होंने प्रोटो टाइप प्रर्दशनी का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र से जितना भी सॉलिड वेस्ट निकलता है, उसे इनर्जी में कन्वर्ट करने और इस वेस्ट को हम वेल्थ में कैसे बदलें, इस पर कार्य किया जाना चाहिए। वेस्ट को वेल्थ में बदलने का यह इनोवेटिव आइडिया वर्तमान पीढ़ी के मन में है, लेकिन उसको बदलने के लिए मंच और मार्गदर्शन देने की जिम्मेदारी विद्यालय और तकनीकी संस्थानों पर है।

UPCM ने डाॅ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (AKTU) में आयोजित ‘प्राविधिक शिक्षा: सफलता के नए आयाम’ के तहत 250 नवनियुक्त शिक्षकों से संवाद, लैपटाॅप वितरण, सर्वश्रेष्ठ प्रोटो टाइप माॅडल पुरस्कार एवं केन्द्रीय प्लेसमेण्ट सेल, रोजगार पोर्टल के शुभारम्भ और 21 परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास अवसर पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान व्यक्त किए।

UPCM ने कहा कि AKTU के सामने अपने भविष्य की सम्भावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. APG अब्दुल कलाम एक आदर्श हैं। डॉ. अब्दुल कलाम ने इस देश को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में बहुत बड़ी भूमिका का निर्वहन किया था।

UPCM ने कहा कि हमारा एक वैदिक श्लोक है-‘आनो भद्रा कर्तवो यन्तु विश्वतः’ यानि सब दिशाओं से ज्ञान प्राप्त करने के लिए हम अपने मस्तिष्क को खुला रखें। वैदिक ऋषि की सोच है कि हर ओर से ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमें अपने मस्तिष्क को खुला रखना होगा। उत्तर प्रदेश के विकास में तकनीकी विश्वविद्यालयों की महती भूमिका हो सकती है।

UPCM ने कहा कि वर्तमान सरकार द्वारा इंजीनियरिंग काॅलेज में फैकल्टी की तैनाती की जा रही है, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा का माहौल मिल सके। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने हेतु एक अनुकूल अवसर प्रदान किए जाने की आवश्यकता है।

UPCM ने कहा कि क्वालिटी एजुकेशन उपलब्ध कराना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। छात्र-छात्राओं को वर्तमान की चुनौतियों से जूझने के योग्य बनाना होगा, ताकि हम इनके व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त कर सकें। उन्होंने कहा कि जल ही जीवन का आधार है। किन्तु आज कई नदियां प्रदूषित हो चुकी हैं। इस ज्वलन्त समस्या का समाधान अध्यापकों व विद्यार्थियों को अपनी नई सोच व इनोवेशन के माध्यम से करना चाहिए।

UPCM ने कहा कि वर्ष 2017 में उन्हें जब मुख्यमंत्री के तौर पर काम करने का अवसर मिला, तो उनके सामने विभिन्न प्रकार की चुनौतियां थीं। लेकिन एक सबसे बड़ी चुनौती थी जनवरी, 2019 में दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और धार्मिक आयोजन कुम्भ की। वर्तमान सरकार ने प्रयागराज कुम्भ को भव्य एवं दिव्य बनाने की दिशा में अनेक कदम उठाए हैं, जिसका परिणाम रहा है कि सभी देशी-विदेशी श्रद्धालुओं द्वारा कुम्भ की सराहना की जा रही है।

UPCM ने कहा कि प्रधानमंत्री ने ‘नमामि गंगे परियोजना’ के माध्यम से जिस अभिनव कार्यक्रम की शुरुआत की और गंगा जी की अविरलता और निर्मलता का जो संदेश दिया, वह इस आयोजन में दिखायी दे रहा है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज कुम्भ में अब तक 21 करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया है, जो एक रिकॉर्ड है।

UPCM ने कहा कि कुम्भ के आयोजन हेतु सुरक्षा एक बहुत बड़ी चुनौती थी। इसके दृष्टिगत पूरे प्रयागराज कुम्भ में मेला क्षेत्र को तकनीक का उपयोग करते हुए इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर के साथ जोड़ने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि तकनीक लोगों के जीवन में कैसे परिवर्तन ला सकती है, यह उदाहरण प्रयागराज कुम्भ में देखा जा सकता है।

UPCM ने कहा कि नवनियुक्त शिक्षक सिर्फ शिक्षा तक सीमित न रहें, बल्कि अपने इनोवेशन को जारी रखें, क्योंकि जीवन चलने का नाम है, ठहराव का नहीं। जीवन में आपका हर एक अच्छा कदम समाज में परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने कहा कि AKTU ने तकनीक का उपयोग करते हुए 10,000 छात्रों का एक साथ प्लेसमेण्ट करने की नई शुरुआत की है, जो सराहनीय है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यदि सभी तकनीकी संस्थान इस दिशा में एक नई प्रोग्रेसिव सोच के साथ आगे बढ़ेंगे, तो विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। साथ ही, समाज को बेहतर भविष्य भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि सहयोग और सहभागिता का यह कार्यक्रम निरन्तर आगे बढ़ते रहना चाहिए। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र देश के सामने राज्य के विकास को नई गति प्रदान करेगा।

इस अवसर पर UPCM को पुलवामा में शहीदों के परिजनों के सहायतार्थ ए.के.टी.यू. ने 18 लाख रुपए का चेक और हरकोर्ट बटलर टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एच.बी.टी.यू.), कानपुर की ओर से 5 लाख 25 हजार रुपए की आर्थिक सहायता का चेक मुख्यमंत्री राहत कोष हेतु भेंट किया गया।

कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशुतोष टण्डन, प्राविधिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह, ए.के.टी.यू. के कुलपति डाॅ. विनय कुमार पाठक सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। 

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