UPCM ने अयोध्या शोध संस्थान पहुंचकर कोदण्ड राम की प्रतिमा का अनावरण किया

लखनऊ (07 जून, 2019)।
UPCM
ने जनपद अयोध्या भ्रमण के अवसर पर अयोध्या शोध संस्थान पहुंचकर कर्नाटक से लायी गई कोदण्ड राम की प्रतिमा का अनावरण किया। उसके बाद UPCM मणिराम दास छावनी पहुंचे। उन्होंने वहां दीप प्रज्ज्वलित कर महंत नृत्यगोपाल दास जी के 81वें जन्मोत्सव का शुभारम्भ किया।

UPCM दीप प्रज्ज्वलित कर महंत नृत्यगोपाल दास के 81वें जन्मोत्सव का शुभारम्भ करते हुए
UPCM दीप प्रज्ज्वलित कर महंत नृत्यगोपाल दास के 81वें जन्मोत्सव का शुभारम्भ करते हुए

UPCM ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने योग को वैश्विक मान्यता दिलायी है। आज अयोध्या में विकास की योजनाएं चल रही हैं। पूरी दुनिया में अयोध्या की पहचान रामजन्म भूमि से है। हम सबका एक ही लक्ष्य होना चाहिए और वह है राष्ट्रधर्म का लक्ष्य। इस दौरान उन्होंने कहा कि देश सुरक्षित है, तो धर्म सुरक्षित है। संविधान की मूल प्रति में भगवान श्रीराम का चित्र है। उन्होंने कहा कि ‘राम काज कीन्हे बिनु मोहि कहाँ बिश्राम’।

UPCM ने कहा कि पूरे विश्व में अयोध्या श्रीराम के नाम से जानी जाती है। सबसे पहले हमने अयोध्या नगर निगम बनाया। जनपद का नाम अयोध्या किया। हम सभ्यताओं और परम्पराओं को संजोकर रखेंगे। अयोध्या का समग्र विकास होना चाहिए और दो साल पूर्व से हम इसी पर कार्य कर रहे हैं।

UPCM ने कहा कि दुनिया के सामने मानवता के कल्याण का मार्ग भारत से ही प्रशस्त होगा। दुनिया में करुणा और मैत्री का संदेश भारत ने दिया है, यही वजह है कि आज सम्पूर्ण विश्व भारत की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि सशक्त, सम्पन्न और समृद्धशाली राष्ट्र ही शांति और सौहार्द की बात कर सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश ने जिस गति से विकास किया है, उससे पूरी दुनिया में भारत की साख बढ़ी है।

UPCM महंत नृत्यगोपाल दास के 81वें जन्मोत्सव समारोह को संबोधित करते हुए
UPCM महंत नृत्यगोपाल दास के 81वें जन्मोत्सव समारोह को संबोधित करते हुए

जनपद प्रयागराज में सम्पन्न कुम्भ मेले की सफलता का उल्लेख करते हुए UPCM ने कहा कि पहली बार यूनेस्को ने कुम्भ को ‘विश्व की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ की मान्यता दी। यह पहला ऐसा कुम्भ रहा, जिसमें दुनिया के 193 देशों के लोगों ने भागीदारी की। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में 80 सीटों पर लोकसभा चुनाव शांतिपूर्वक सम्पन्न हुए हैं। मजबूत सरकार से देश, देश से धर्म और धर्म में हम सभी सुरक्षित रहेंगे।

UPCM ने अयोध्या में संचालित विकास कार्यों के अन्तर्गत हरि की पौड़ी की तर्ज पर कराए जा रहे राम की पैड़ी के सौन्दर्यीकरण व विकास कार्यों का भी जायजा लिया। इसके उपरान्त उन्होंने राम की पौड़ी पर भजन संध्या स्थल के निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।

UPCM राम की पौड़ी के सौन्दर्यीकरण व विकास कार्यों का जायजा लेते हुए
UPCM राम की पौड़ी के सौन्दर्यीकरण व विकास कार्यों का जायजा लेते हुए

UPCM द्वारा अयोध्या शोध संस्थान में तुलसी स्मारक प्रेक्षागृह को अत्याधुनिक बनाये जाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि इस कार्य को संस्कृति विभाग द्वारा शीघ्र कराया जाए। तुलसी स्मारक को भव्य बनाने के लिए भी आगे कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। तुलसी स्मारक भवन के विस्तार के बारे में भी योजना का प्रस्ताव रखा जाए। अयोध्या के अन्दर मुख्य मार्ग के दोनों ओर जो घर हैं, उनको एक ही रंग में करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने ने कहा अयोध्या में राम की पैड़ी में अभी जो रंग लगे हैं, उसी रंग का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

अयोध्या में सिंचाई विभाग की योजनान्तर्गत ’राम की पौड़ी’ पर हो रहे पावर हाउस के निर्माण के सम्बन्ध में UPCM द्वारा सख्त निर्देश दिए गए कि नदी स्तर पर हो रहे कार्य को वर्षा ऋतु के पहले प्रत्येक दशा में पूरा कर लिया जाए एवं समस्त योजना को दीपोत्सव से पहले क्रियाशील कर लिया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि योजना का स्वरूप बढ़ाकर अयोध्या शहर के अन्दर जाने वाले मार्ग के दूसरी ओर भी घाटों का निर्माण करते हुए घाटों की लम्बाई बढ़ाई जाए, जिससे त्योहारों में ज्यादा संख्या में लोगों के लिए स्नान की व्यवस्था सम्भव हो सके।

UPCM ने यह भी निर्देशित किया कि अयोध्या में पार्किंग की समुचित व्यवस्था के लिए सड़क के किनारे खाली करायी गयी भूमि के अन्तर्गत पार्किंग एवं सुदृढ़ीकरण की योजना को तत्काल लागू किया जाए, जिससे मेले एवं त्योहारों में ज्यादा संख्या में वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था हो सके।

UPCM विकास कार्यों का निरीक्षण करते हुए
UPCM विकास कार्यों का निरीक्षण करते हुए

UPCM ने यह भी निर्देश दिए कि धर्मार्थ कार्य विभाग के अन्तर्गत निर्माण निगम द्वारा निर्मित किए जा रहे भजन संध्या स्थल के पीछे उपलब्ध हाॅल को सुसज्जित किया जाए एवं पीछे की दीवार की ओर नगर निगम की दुकानों के पीछे के हिस्से का सौन्दर्यीकरण भी किया जाए, जिससे कि योजना की भव्यता सुनिश्चित की जा सके। उन्होेंने प्रबन्ध निदेशक, उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को यह निर्देश भी दिए कि 03 महीने में यह कार्य पूर्ण कर लिया जाए। उन्होंने धर्मार्थ कार्य विभाग की इस योजना को पूर्ण करने के बाद, इसके संचालन की स्थायी व्यवस्था करने के निर्देश दिए।

UPCM ने पर्यटन विभाग की स्वदेश दर्शन की योजना के अन्तर्गत बन रहे बस स्टेशन के कार्यों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने प्रबन्ध निदेशक, राजकीय निर्माण निगम को इस परियोजना को माह अक्टूबर, 2019 तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। प्रबन्ध निदेशक, निर्माण निगम को बस स्टेशन में प्रस्तावित 41 बसों की पार्किंग के स्थान पर, परियोजना के स्वरूप को बढ़ाते हुए 200 से अधिक बसों की पार्किंग की व्यवस्था की जाए। इसके लिए यदि अयोध्या में अतिरिक्त भूमि क्रय/अधिग्रहण की आवश्यकता हो, तो जिला प्रशासन अतिरिक्त भूमि की व्यवस्था सुनिश्चित करे। UPCM को अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि इसका निर्माण कार्य पूरा होने के बाद इसका संचालन उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम द्वारा किया जाएगा।

UPCM अयोध्या शोध संस्थान में प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए
UPCM अयोध्या शोध संस्थान में प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए

UPCM ने वर्ष-2019 में दीपोत्सव के भव्य आयोजन के सन्दर्भ में निर्देश दिए कि दीपोत्सव की तैयारी तत्काल प्रारम्भ कर दी जाए। रामायण की संस्कृति से जुडे़ देशों के राष्ट्राध्यक्ष को इसमें आमंत्रित किया जाए। राम की पौड़ी के सामने सभी भवनों को ही एक रंग से रंगने की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए।

UPCM अयोध्या शोध संस्थान पहुंचकर कोदण्ड राम की प्रतिमा का अनावरण करते हुए
UPCM अयोध्या शोध संस्थान पहुंचकर कोदण्ड राम की प्रतिमा का अनावरण करते हुए

गुप्तार घाट पर पर्यटन विभाग के अन्तर्गत U.P.P.C.L. द्वारा पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराये जाने सम्बन्धी किए जा रहे कार्यों को दीपोत्सव से पहले पूर्ण कर लिया जाए। UPCM ने अयोध्या भ्रमण के दौरान श्रीराम लला और हनुमानगढ़ी में बजरंगबली जी के दर्शन किए।

इस अवसर पर संस्कृति मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, महिला कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाती सिंह, अपर मुख्य सचिव सूचना, धर्मार्थ कार्य एवं पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव सिंचाई टी. वेंकटेश, प्रमुख सचिव संस्कृति जितेन्द्र कुमार, निदेशक सूचना एवं संस्कृति शिशिर सहित शासन-प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। 

https://www.youtube.com/watch?v=vke7vZBjMPg

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