UPCM उत्तर प्रदेश राजस्व (प्रशासनिक) अधिकारी संघ के अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में शामिल हुए
उत्तर प्रदेश।
UPCM ने उत्तर प्रदेश राजस्व (प्रशासनिक) अधिकारी संघ के दो दिवसीय अधिवेशन के उद्घाटन समारोह में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्व अधिकारियों का प्रदेश की आम जनता से सीधा सम्बन्ध है। आय, जाति, निवास आदि प्रमाण-पत्र, वरासत के मामले, भूमि विवाद आदि के निदान में तहसील के राजस्व अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इनके समयबद्ध, निष्पक्ष एवं तत्परता से निस्तारण से अनेक मामलों का समाधान हो जाता है।
UPCM ने राजस्व अधिकारियों से आमजन के साथ मानवीय और संवेदनशील व्यवहार के माध्यम से ऐसा तंत्र विकसित करने का आह्वान किया है, जिससे जनमानस को राहत मिले तथा तहसील स्तरीय प्रशासनिक मशीनरी पर उनका विश्वास दृढ़ हो। उन्होंने कहा कि समयबद्ध, निष्पक्ष और ईमानदारी से दायित्वों का अनुपालन करना प्रशासनिक दक्षता का प्रमाण है। वर्तमान समय में इसे अपनाए जाने की सर्वाधिक आवश्यकता है।
UPCM ने कहा कि राजस्व अधिकारियों का चयन लोक सेवा आयोग के माध्यम से हजारों अभ्यर्थियों में से किया जाता है, जो इनकी बुद्धिमत्ता एवं प्रखरता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक क्षमता के लिए बुद्धिमानी के साथ व्यापक मानवीय दृष्टिकोण, संवेदनशीलता और दायित्व बोध भी आवश्यक है। शासन को प्राप्त होने वाली अधिकांश शिकायतें तहसील एवं थाने से सम्बन्धित होती हैं। तहसील और थाना ठीक हो जाए तो आम जनता काफी राहत महसूस करेगी। तहसील स्तरीय प्रशासनिक मशीनरी की रीढ़ होने के कारण राजस्व अधिकारियों को तहसील से जुड़े मामलों का समाधान करना चाहिए।
UPCM ने कहा कि आज उन्होंने सभी जिलाधिकारियों की बैठक ली और उनसे अपने कार्यकाल में जनसमस्याओं के निदान अथवा लोक कल्याण हेतु अपनाए गए किसी ऐसे नवाचार के सम्बन्ध में प्रस्तुतिकरण देने के लिए कहा, जिससे जनता को समयबद्ध, सरलीकृत और प्रभावकारी ढंग से लाभ मिला हो और जिसे अन्य जनपदों में लागू किया जा सके। उन्होंने तहसील स्तरीय राजस्व अधिकारियों से भी अपने अगले अधिवेशन में आमजन की समस्याओं के समाधान में उनके द्वारा अपनाए गए किसी ऐसे नवाचार के बारे में तैयारी करके आने को कहा, जिसे अन्य तहसीलों में लागू कर जनता को फायदा पहुंचाया जा सके।
UPCM ने कहा कि भू-माफिया टास्क फोर्स ने अच्छा काम किया है। इसके माध्यम से बड़ी मात्रा में सरकारी भूमि को भू-माफिया के कब्जे से मुक्त कराया गया है। उन्होंने कहा कि इस अभियान को जारी रखने के साथ ही इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए कि यदि किसी गरीब एवं भूमिहीन व्यक्ति ने किसी सरकारी भूमि पर आवास निर्माण कर लिया है तो उसे प्रताड़ित न किया जाए। यदि वह भूमि आरक्षित श्रेणी की नहीं है तो उसे नियमानुसार पट्टा भी दिया जाना चाहिए।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राजस्व परिषद के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने कहा कि राजस्व अधिकारी प्रशासन की रीढ़ हैं। राजस्व प्रशासन सर्वाधिक पुराना विभाग है। यह विभाग जितना सुसंगठित, सुव्यवस्थित एवं सक्रिय होगा, प्रशासन उतना ही प्रभावकारी होगा। उन्होंने राजस्व अधिकारियों की मांगों एवं तहसीलों को बेहतर बनाए जाने के लिए उठाए जा रहे कदमों की भी विस्तार से जानकारी दी।
UPCM ने कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ने इस अवसर पर UPCM के प्रति एक प्रशस्ति पत्र का वाचन कर उसे, उन्हें सौंपा। संघ के महासचिव निखिल शुक्ल ने संघ का मांग पत्र प्रस्तुत किया। इस मौके पर एक आॅडियो/वीडियो के माध्यम से राजस्व विभाग की उपलब्धियों के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। कार्यक्रम के अंत में संघ के भूतपूर्व अध्यक्ष एवं प्रोन्नत पी.सी.एस. संघ के अध्यक्ष ओम प्रकाश पाठक ने धन्यवाद ज्ञापन किया।
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव राजस्व चंचल कुमार तिवारी, आयुक्त एवं सचिव राजस्व परिषद लीना जौहरी सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में उत्तर प्रदेश राजस्व (प्रशासनिक) अधिकारी संघ के सदस्य उपस्थित रहे।